भृंग छंद
विधान~[{नगण(111)×6}+पताका],
111 111 111 111 111 111 21,
20 वर्ण,यति 12,8 वर्ण पर,4 चरण
दो-दो चरण समतुकांत।
जगह जगह परिजन अति, समय समय रात।
महल महल बहुत जगह,सुख दुःख अति रात।।
सब पुलिस जज वकील बन, सुख दुःख सब साथ।
रहुँ अवल सरल सहज रह, मन सरल फुल साथ।।
-अमित चन्द्रवंशी"सुपा"
उम्र-17वर्ष 'विद्यार्थी'
रामनगर कवर्धा छत्तीसगढ़
मगसम-2608/2016